पुस्तकालय कक्ष
विधार्थियों के स्वाध्याय हेतु पुस्तकालय की उचित व्यवस्था है जिसमें विधार्थी रिक्त कक्षाओं में एकान्तचित होकर स्वाध्याय करते हैं। पुस्तकालय में विधार्थियों के विषय संबंधी व प्रतिस्पर्धा परीक्षा संबंधी पुस्तकों की उचितसमुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
पुस्तकालय के नियम
1. पुस्तकालय में छात्रछात्राओं का सदस्य बनना वैकलिपक हैं परिचय पत्र दिखाने पर उसे पत्रक उपलब्ध हो जायेगें।
2. प्रत्येक विधार्थी को प्रत्येक पत्रक पर एक पुस्तक 8 दिन के लिए दी जायेगी। इससे अधिक समय तक रखे जाने पर रू. 1 की दर से आर्थिक दण्ड देय होगा। पुस्तक वापस करने की तारीख यदि अवकाश या परीक्षा के दिनों में पड़ती है तो महाविधालय खुलने के दिन ही पुस्तक जमा हो जानी चाहिये। ऐसा न करने पर अवकाश के दिनों का भी आर्थिक दण्ड देना होगा।
3. छात्रछात्राओं द्वारा पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त हो जाने के पश्चात पुस्तक के रखरखाव व सुरक्षा का उत्तरदायित्व विधार्थी का होगा।
(नोट : पत्रक को संभाल कर रखना विधार्थी का ही उत्तरदायित्व होगा। परीक्षा से पूर्व पुस्तक को पुस्तकालय में वापस करना होगा।)
4. पुस्तकालय पत्रक खो जाने पर दूसरा पत्रक 5 रूप्ये जमा करने पर ही मिल सकेगा अथवा नहीं।
5. विधार्थी पत्र-पत्रिकाएं , अपने विषय से सम्बनिधत पुस्तकें लेते समय उसके पृष्ठ अवश्य देख लें। पृष्ठ निकलने या पुस्तक फटने पर नवीन पत्रिका या पुस्तक जमा करनी होगी।
6. पुस्तकालय में शांत बैठना एक आदर्श विधार्थी का परिचायक है।
7. पुस्तकालय में विधार्थी अपनी पुस्तक आदि नहीं ले जा सकेगासकेगी।
8. पुस्तकालय में पत्र-पत्रिका, सिलेबस और प्रश्न पत्र आदि परिचय पत्र जमा करने पर ही उलपब्ध हो सकेगा। जो बिना पुस्तकालय अनुमति के पुस्तकालय से बाहर नहीं ले जा सकेंगे। नियम का उल्लघंन करने पर प्रतिदिन की दर से अर्थदण्ड देय होगा।
(नोट : पुस्तकालय के समस्त नियमों का पालन करना प्रत्येक विधार्थी का कर्तव्य होगा।)